लोगों ने कहा, ये कुछ नहीं कर पाएगी पढ़ा-लिखाकर कोई फायदा नहीं। आज वही नूर सिर्फ 23 साल की उम्र में कॉरपोरेट जॉब के साथ ही अपना बिजनेस भी संभाल रही हैं। बचपन से Locomotor Disability से लड़ते हुए ऐसी बातें सुनना नूर के लिए आम था

लोगों ने कहा, ये कुछ नहीं कर पाएगी पढ़ा-लिखाकर कोई फायदा नहीं। आज वही नूर सिर्फ 23 साल की उम्र में कॉरपोरेट जॉब के साथ ही अपना बिजनेस भी संभाल रही हैं। बचपन से Locomotor Disability से लड़ते हुए ऐसी बातें सुनना नूर के लिए आम था