‘प्रेम कहानियां’ कहना और सुनना किसे नहीं पसंद. एक दौरा था किस्से कहानियों का, जब कहानियां जुबानी सफर किया करती थीं. किताब, दिमाग और यादों के घरों में रहा करती थीं और अक्सर लगने वाले मजमों, नुक्कड़ की बैठकों, ढ़लती रात के साथ उगते किस्से कहानियों की महफिलोऔर पढ़ें | NDTV
